शादीकेसमयकन्याअपनेपतिकोदेतीहैयेसातवचन
भारतीय परिवेश में विवाह को महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। वर्तमान परिवेश में विवाह से जुड़े मायने और रीति रिवाज में भी परिवर्तन आना आरंभ हो गया है। सप्तपदी यानी सात फेरे लेने की परंपरा आज भी निभाई जाती है। शुभ एवं सुखद वैवाहिक जीवन का आधार हैं सात फेरे जो सात वचनों के साथ लिए जाते हैं। अग्नि के सात फेरे लेकर सात वचनों के साथ दो तन, मन तथा आत्मा एक पवित्र बंधन में बंध जाते हैं।