(स्वरनया-ध्यासनया)जैनपूजन-पाठभक्तिआरतीएवंविधी-विधानकाकराओकेट्रॅक
आजकलधार्मिकपूजा-पाठएवंविधी-विधानआदिकार्योंमेंसंगीतकाबडाहीमहत्त्वहै。 संगीतकेबिनापूजा-पाठ、विधी-विधानआदिक्रियाएंनीरसलगतीहै。 बडेबडेआयोजनोंमेंजैसेपंचकल्याणकएवंबृहद्विधानआदिकेलिएसमाजसंगातपार्टीकोबुलाकरयेकार्यबडीप्रभावनापूर्वककरतेहैं。 मात्रछोटेकार्यक्रमएवंघरेलुधार्मिकविधीयोंमेंसमाजसंगीतपार्टीकोबुलानासंभवनहींहोताऔरखर्चिकभीहोताहै。 कोध्यानमेंरखतेहुए「स्वरसंगीतमालाग्रुप」केहमसारेसदस्यमिलकरजैनपूजन-पाठभक्तिआरतीएवंविधी-विधानकाकराओकेट्रॅकबनायाहैताकिकोईभीएकअकेलाव्यक्तिपूजा-पाठएवंविधानादिक्रियाएंसंगीतमेंकरसके。सके。 औरउनकीप्रभावनाहोयहीहमाराध्यासहै。