वैदिक साहित्य

वैदिक साहित्य

amDeveloper
27/01/2023
  • 9.4 MB

    حجم الملف

  • Android 5.0+

    Android OS

عن वैदिक साहित्य

الأدب الفيدي - هل تعرف الأدب الفيدي؟

वैदिक साहित्य भारतीय संस्कृति के प्राचीनतम स्वरूप पर प्रकाश डालने वाला तथा विश्व का प्राचीनतम् साहित्य है। वैदिक साहित्य को 'श्रुति' भी कहा जाता है, क्योंकि सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने विराटपुरुष भगवान् की वेदध्वनि को सुनकर ही प्राप्त किया है। अन्य ऋषियों ने भी इस साहित्य को श्रवण-परम्परा से हीे ग्रहण किया था। वेद के मुख्य मन्त्र भाग को संहिता कहते हैं। वैदिक साहित्य के अन्तर्गत ऊपर लिखे सभी वेदों के कई उपनिषद, आरण्यक तथा उपवेद आदि भी आते जिनका विवरण नीचे दिया गया है। इनकी भाषा संस्कृत है जिसे अपनी अलग पहचान के अनुसार वैदिक संस्कृत कहा जाता है - इन संस्कृत शब्दों के प्रयोग और अर्थ कालान्तर में बदल गए या लुप्त हो गए माने जाते हैं। ऐतिहासिक रूप से प्राचीन भारत और हिन्दू-आर्य जाति के बारे में इनको एक अच्छा सन्दर्भ माना जाता है। संस्कृत भाषा के प्राचीन रूप को लेकर भी इनका साहित्यिक महत्व बना हुआ है।

रचना के अनुसार प्रत्येक शाखा की वैदिक शब्द-राशि का वर्गीकरण- चार भाग होते हैं। पहले भाग (संहिता) के अलावा हरेक में टीका अथवा भाष्य के तीन स्तर होते हैं। कुल मिलाकर ये हैं :

संहिता (मन्त्र भाग)

उपनिषद (परमेश्वर, परमात्मा-ब्रह्म और आत्मा के स्वभाव और सम्बन्ध का बहुत ही दार्शनिक और ज्ञानपूर्वक वर्णन)

ब्राह्मण-ग्रन्थ (गद्य में कर्मकाण्ड की विवेचना)

आरण्यक (कर्मकाण्ड के पीछे के उद्देश्य की विवेचना)

जब हम चार वेदों की बात करते हैं तो उससे संहिता भाग का ही अर्थ लिया जाता है। उपनिषद (ऋषियों की विवेचना), ब्राह्मण (अर्थ) आदि मंत्र भाग (संहिता) के सहायक ग्रंथ समझे जाते हैं। वेद ४ हैं - ऋक्, साम, यजुः और अथर्व।

इस विषय के विद्वानों में पर्याप्त मतभेद है कि वेदों की रचना कब हुई और उनमें किस काल की सभ्यता का वर्णन मिलता है। भारतीय वेदों को अपौरुषेय (किसी पुरुष द्वारा न बनाया हुआ) मानते हैं अतः नित्य होने से उनके काल-निर्धारण का प्रश्न ही नहीं उठता; किन्तु पश्चिमी विद्वान इन्हें ऋषियों की रचना मानते हैं और इसके काल के सम्बन्ध में उन्होंने अनेक कल्पनाएँ की हैं। उनमें पहली कल्पना मैक्समूलर की है। उन्होंने वैदिक साहित्य का काल 1200 ई. पू. से 600 ई. पू. माना है। दूसरी कल्पना जर्मन विद्वान विण्टरनिट्ज की है। उसने वैदिक साहित्य के आरम्भ होने का काल 2500-2000 ई. पू. तक माना। तिलक और याकोबी ने वैदिक साहित्य में वर्णित नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर इस साहित्य का आरम्भ काल 4500 ई.पू. माना। श्री अविनाशचन्द्र दास तथा पावगी ने ऋग्वेद में वर्णित भूगर्भ-विषयक साक्षी द्वारा ऋग्वेद को कई लाख वर्ष पूर्व का ठहराया है।

عرض المزيد

What's new in the latest 0.0.7

Last updated on 2023-01-27
ज्ञानवर्धक विचार जोड़े गए

हमनें इस एप्प में सभी हिन्दू देवी देवताओं के वैदिक मन्त्रों को शामिल किया है जिन्हें आप अपनी पूजा विधि के समय आसानी से पढ़ और जप सकते हैं
عرض المزيد

فيديوهات ولقطات الشاشة

  • वैदिक साहित्य الملصق
  • वैदिक साहित्य تصوير الشاشة 1
  • वैदिक साहित्य تصوير الشاشة 2
  • वैदिक साहित्य تصوير الشاشة 3
  • वैदिक साहित्य تصوير الشاشة 4
  • वैदिक साहित्य تصوير الشاشة 5

معلومات वैदिक साहित्य APK

احدث اصدار
0.0.7
الفئة
تعليم
Android OS
Android 5.0+
حجم الملف
9.4 MB
المطور
amDeveloper
Available on
تنزيلات APK آمنة وسريعة على موقع APKPure
يستخدم APKPure التحقق من التوقيع لضمان تقديم تنزيلات خالية من الفيروسات لـ वैदिक साहित्य APK لك.
APKPure أيقونة

قم بتنزيل سريع وآمن بالغاية عبر تطبيق APKPure

قم بتثبيت ملفات XAPK/APK بنقرة واحدة على أندرويد!

تحميل APKPure
thank icon
We use cookies and other technologies on this website to enhance your user experience.
By clicking any link on this page you are giving your consent to our Privacy Policy and Cookies Policy.
Learn More about Policies